Tuesday 20 October 2015

In your arms!


दिल के धड़कन तेज़ हैं 
आँखों में आंसूं भरें हैं 
हर सोच में एक परेशानी हैं
उम्मीद हैं तुम्हारी बाहों में मुझे
नींद आ जायेगा। 

Future
के इंतज़ार में एक डर हैं 
Past के यादों में सिर्फ ग़म हैं 
Present के हर पल इतनी लम्बी हैं 
उम्मीद हैं तुम्हारी बाहों में मुझे
चैन मिल जायेगा। 

रिश्तों को टूटने का आदत हैं 
रास्ते गलत चुनने का बेकरारी हैं 
पैर को भटकने का मजबूरी हैं 
उम्मीद हैं तुम्हारी बाहों में मुझे
मेरी मंज़िल मिल जायेगा। 

कोरा ज़िन्दगी में सिर्फ अकेलापन हैं 
और सुनी राहों में उदासी 
बिछड़ने का दुःख बहुत सेह लिया हैं 
उम्मीद हैं तुम्हारी बाहों में मुझे
वोह प्यार मिल जायेगा।



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